Happy Mahaprabhu Jayanti Happy Gour Purnima
Happy Mahaprabhu Jayanti Happy Gour Purnima
साक्षात प्रेम ने अवतार लिया- गौराँग रूप में, करुणावतार, गौराँग करुणा का असीम विस्तार हैं। आदि से अनन्त तक जिनकी करुणा विस्तारित है। हर एक प्राणी के लिये, हर एक जीव, पशु-पक्षी, कीट-पतंग सभी के लिये। जिनकी करुणा सागर अत्यन्त उच्छलित हो रहा है।गौराँग महाप्रभु, करुणा जिनके रोम-रोम से टपकती है। जीव के उद्धार के लिये जो हरि नाम की भिक्षा माँगते हैं। क्योंकि जानते हैं एतमात्र हरि नाम से ही कल्याण होगा। वे रो-रोकर कहते हैं-
हे जीव इस दुर्लभ अवसर को ना खोओ। हरि नाम ले लो। मुझे हरि नाम की भिक्षा दे दो। अपना परम कल्याण कर लो। मेरा जीवन ही इसी निमित्त है।
गौराँग महाप्रभु की जय
![]() |
Gourang Mahaprabhu |
Comments
Post a Comment